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Important Environment topics for IAS PRE 2021 | important Environment topics for UPSC prelims 2021

 Important Environment topics for IAS PRE 2021 | important Environment topics for UPSC prelims 2021





Important Environment topics for IAS PRE 2021 | important Environment topics for UPSC prelims 2021


  • चार और भारतीय स्थल जिनमें दो हरियाणा और दो गुजरात में स्थित है, को रामसर अभिसमय (Ramsar Convention) के तहत अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमियों  (Wetlands) के रूप में मान्यता दी गई है।

  • Four more sites of India (2 each from Gujarat and Haryana) have been added to Ramsar List as Wetlands of International Importance.


  •   इसके साथ ही भारत में रामसर स्थलों की संख्या 46 हो गई है (the number of Ramsar sites in India has gone up to 46.)


 भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य

  •    भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य, हरियाणा की सबसे बड़ी आर्द्रभूमि है। यह मानव निर्मित मीठे पानी की आर्द्रभूमि है।
  •   Bhindawas Wildlife Sanctuary, Jhajjar (Haryana)
  •         Man-made freshwater wetland established in 2009. 
  •  Threatened species include endangered Egyptian Human Vulture, Steppe Eagle, and Black-bellied Tern. ● 
  • Over 250 bird species use sanctuary throughout year as resting and roosting site. 



             सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान



  • हरियाणा का सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान स्थानीय प्रवासी जलपक्षियों (Local Migratory Waterbirds) की 220 से अधिक प्रजातियों का उनके जीवन चक्र के महत्वपूर्ण चरणों जिनमें निवास स्थल और उनका शीतकालीन प्रवास शामिल है, को पूरा करने में महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है।

  • Sultanpur National Park, Gurugram (Haryana) Discovered by British Ornithologist Peter Michel Jackson● Supports more than 220 species of resident, winter migratory and local migratory waterbirds. ● Threatened species including critically endangered sociable lapwing, and endangered Egyptian Vulture etc. 


         Thol Lake Wildlife Sanctuary


  • गुजरात में थोल झील वन्यजीव अभयारण्य मध्य एशियाई फ्लाईवे पर स्थित है और यहांँ 320 से अधिक पक्षी प्रजातियांँ पाई जाती हैं।
  • Thol Lake Wildlife Sanctuary, Ahmedabad (Gujarat)  ● It is an old irrigation reservoir built under the Maharaja of Baroda (Gaekwads) in 1912. 
  •  It lies on the Central Asian Flyway. 
  •  Threatened waterbird species include critically endangered White-rumped Vulture and Sociable Lapwing and vulnerable Sarus Crane, Lesser White-fronted Goose. 






Wadhwana Wetland, Vadodara (Gujarat)

  • गुजरात की वाधवाना आर्द्रभूमि इसमें निवास करने वाले पक्षियों के जीवन के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है क्योंकि यह प्रवासी जलपक्षियों को सर्दियों के समय रुकने के लिये स्थान प्रदान करती है, जिसमें 80 से अधिक प्रजातियांँ शामिल हैं जो मध्य एशियाई फ्लाईवे पर प्रवास करती हैं।


  •  Wadhwana is a century old tank, constructed by erstwhile King Gaikwad in 1909-10. ○ This tank has a catchment area of 860 sqkm , deriving its water from Orsang river.  ● It lies on the Central Asian Flyway. ● It hosts some threatened or near-threatened species such as the endangered Pallas’s fish-Eagle, the vulnerable Common Pochard, and near-threatened Dalmatian Pelican, Grey-headed Fish-eagle etc. 






            पन्ना बायोस्फियर रिज़र्व

                    Panna Biosphere Reserve

  • हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने अपने ‘वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिज़र्व’  में पन्ना बायोस्फीयर रिज़र्व को शामिल किया है।


           प्रमुख बिंदु:

  •  पन्ना बायोस्फियर रिज़र्व, पचमढ़ी और अमरकंटक के बाद बायोस्फीयर रिज़र्व सूची में शामिल होने वाला मध्य प्रदेश का तीसरा रिज़र्व है।
  •  वर्ष 1981 में स्थापित,   पन्ना बायोस्फियर रिज़र्व  मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर ज़िलों   में स्थित है। 
  •   यह मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में विंध्य पर्वत श्रृंखला में स्थित है।
  • केन नदी  तथा केन-बेतवा नदी इंटरलिंकिंग परियोजना भी इसमें स्थित है।
  •   यह क्षेत्र पन्ना, हीरा खनन के लिये भी प्रसिद्ध है।


  •  पन्ना नेशनल पार्क को वर्ष 1994 में  भारत के 22वें बाघ अभयारण्य के रूप में प्रोजेक्ट टाइगर रिज़र्व का दर्जा मिला।
  •   केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा इसे वर्ष 2011 में बायोस्फीयर रिज़र्व के रूप में अधिसूचित किया गया था।
  •  वर्ष 2020 में यूनेस्को द्वारा इसे मैन एंड बायोस्फियर प्रोग्राम (MAB) में शामिल किया गया।


    

           रायमोना राष्ट्रीय उद्यान





  • विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) के अवसर पर पश्चिमी असम के कोकराझार ज़िले में रायमोना रिज़र्व फॉरेस्ट को राष्ट्रीय उद्यान (6वाँ) के रूप में अपग्रेड किया गया था।
  • यह उद्यान बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के भीतर स्थित है।
  • यह पश्चिम में सोनकोश नदी और पूर्व में सरलभंगा नदी से घिरा है।दोनों नदियाँ ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियाँ हैं।पेकुआ नदी रायमोना की दक्षिणी सीमा का निर्धारण करती है।
  • यह एक स्थानिक प्रजाति गोल्डन लंगूर के लिये प्रसिद्ध है।
  • इसमें एशियाई हाथी, रॉयल बंगाल टाइगर, क्लाउडेड लेपर्ड, इंडियन गौर, जंगली जल भैंस, चित्तीदार हिरण, हॉर्नबिल, तितलियों की 150 से अधिक प्रजातियाँ, पक्षियों की 170 प्रजातियाँ, पौधों की 380 किस्में और ऑर्किड भी शामिल हैं।







         देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान




  • असम सरकार ने देहिंग पटकाई को राज्य के 7वें राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित किया।
  • यह देहिंग पटकाई एलीफैंट रिज़र्व के भीतर स्थित है और ऊपरी असम के कोयले एवं तेल-समृद्ध ज़िलों (डिब्रूगढ़, तिनसुकिया एवं शिवसागर) में फैला हुआ है।
  • देहिंग नदी और पटकाई पहाड़ी है ।
  • दुर्लभ जीवों में चीनी पैंगोलिन, फ्लाइंग फॉक्स, जंगली सुअर, सांभर, बार्किंग डियर, गौर, सीरो और मलय विशाल गिलहरी आदि।
  • यह भारत का एकमात्र अभयारण्य है जो जंगली बिल्लियों की सात अलग-अलग प्रजातियों का घर है, जिसमें बाघ, तेंदुआ, क्लाउडेड तेंदुआ, तेंदुआ बिल्ली, गोल्डन कैट, जंगली बिल्ली और मार्बल कैट शामिल हैं।
  • यहाँ पाए जाने वाला एक प्राइमेट- असमिया मकाक को IUCN की रेड लिस्ट में ‘संकटग्रस्त’ के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
  • इसमें दुर्लभ लुप्तप्राय व्हाइट विंग्ड वुड डक भी मौजूद है।








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